अंकों का मेल हरेंगे बीएसपी की बाधा अजब संयोग
निर्मल साहू , भिलाई
तारीख 11, माह 11, वर्ष 11, समय 11 बजकर 11 मिनट ११ सेकंड। 11 नवंबर को होने वाला आंकड़ों का यह अजब संयोग भिलाई
स्टील ह्रश्वलांट और सभी भिलायंस के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है। ज्योतिषियों की मानें तो संकट से जूझ रहे बीएसपी का बुरा दौर अब खत्म होने को है।
11 के छह संयोग के जोड़ का मूलांक 3 होता है। 3 का स्वामी गुरु है। गुरु चौथे में अपने गृह भाव में बैठा है। भिलाई का पहला अक्षर भ है, जो मकर राशि है। जिस समय यह अजब संयोग रहेगा उस समय लग्नेश भी मकर रहेगा। मकर का स्वामी शनि है जिसका क्षेत्र ही खनिज, खदान व लोहा है। ज्योतिषाचार्य विनोद चौबे बताते हैं कि गुरु और शनि का यह दुर्लभ संयोग ही बीएसपी को संकट से उबारेगा। ज्ञात हो कि इन दिनों बीएसपी कई विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है। कोक ओवन की बैटरियों में खराबी के कारण संयंत्र अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पा रहा है। वायर एंड राड मिल और एसएमएस-1 में भी बार-बार परेशानियां आ रही है। पहले की अपेक्षा दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है।
अंकों का यह संयोग भिलाई के भरोसे जीविकोपार्जन करने वालों को भी खूब तरक्की देना वाला होगा।
खुशखबरी के साथ ही सतर्क करने वाली एक बात यह है कि 13 मार्च से 2 मई के बीच बड़ी आगजनी या अराजक तत्वों की हरकतों के कारण संयंत्र को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। पंडित चौबे बताते हैं कि अंकों का यह मेल छत्तीसगढ़ के लिए भी बहुत अच्छा समय लेकर आ रहा है। यह छत्तीसगढ़ स्थापना का 11 वां वर्ष है। अंकों के संयोग में इसे जोड़ दिया जाए तो सात बार 11 अंक आते हैं। इसका जोड़ 14 अर्थात मूलांक 5 होता है। 5 का स्वामी बुध है। जिस समय पृथक छत्तीसगढ़ की घोषणा की गई थी उस समय भी मिथुन लग्न था। मिथुन का भी स्वामी बुध है। बुध भाग्येश का होकर एकादश भाव में है। इससे छत्तीसगढ़ के आय के स्रोत बढ़ेंगे। बाहरी इंडस्ट्रीज लगेगी।
संतान होंगे ओजस्वी: 11.11.
11 को जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ओजस्वी, बुद्धिमान और प्रतिभावान होंगे। लग्न मकर व राशि मेष होगी।
राशियों पर प्रभाव
मेष: बेहतरीन समय।
तारीख 11, माह 11, वर्ष 11, समय 11 बजकर 11 मिनट ११ सेकंड। 11 नवंबर को होने वाला आंकड़ों का यह अजब संयोग भिलाई
स्टील ह्रश्वलांट और सभी भिलायंस के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है। ज्योतिषियों की मानें तो संकट से जूझ रहे बीएसपी का बुरा दौर अब खत्म होने को है।
11 के छह संयोग के जोड़ का मूलांक 3 होता है। 3 का स्वामी गुरु है। गुरु चौथे में अपने गृह भाव में बैठा है। भिलाई का पहला अक्षर भ है, जो मकर राशि है। जिस समय यह अजब संयोग रहेगा उस समय लग्नेश भी मकर रहेगा। मकर का स्वामी शनि है जिसका क्षेत्र ही खनिज, खदान व लोहा है। ज्योतिषाचार्य विनोद चौबे बताते हैं कि गुरु और शनि का यह दुर्लभ संयोग ही बीएसपी को संकट से उबारेगा। ज्ञात हो कि इन दिनों बीएसपी कई विपरीत परिस्थितियों से गुजर रहा है। कोक ओवन की बैटरियों में खराबी के कारण संयंत्र अपनी पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पा रहा है। वायर एंड राड मिल और एसएमएस-1 में भी बार-बार परेशानियां आ रही है। पहले की अपेक्षा दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है।
अंकों का यह संयोग भिलाई के भरोसे जीविकोपार्जन करने वालों को भी खूब तरक्की देना वाला होगा।
खुशखबरी के साथ ही सतर्क करने वाली एक बात यह है कि 13 मार्च से 2 मई के बीच बड़ी आगजनी या अराजक तत्वों की हरकतों के कारण संयंत्र को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। पंडित चौबे बताते हैं कि अंकों का यह मेल छत्तीसगढ़ के लिए भी बहुत अच्छा समय लेकर आ रहा है। यह छत्तीसगढ़ स्थापना का 11 वां वर्ष है। अंकों के संयोग में इसे जोड़ दिया जाए तो सात बार 11 अंक आते हैं। इसका जोड़ 14 अर्थात मूलांक 5 होता है। 5 का स्वामी बुध है। जिस समय पृथक छत्तीसगढ़ की घोषणा की गई थी उस समय भी मिथुन लग्न था। मिथुन का भी स्वामी बुध है। बुध भाग्येश का होकर एकादश भाव में है। इससे छत्तीसगढ़ के आय के स्रोत बढ़ेंगे। बाहरी इंडस्ट्रीज लगेगी।
संतान होंगे ओजस्वी: 11.11.
11 को जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ओजस्वी, बुद्धिमान और प्रतिभावान होंगे। लग्न मकर व राशि मेष होगी।
राशियों पर प्रभाव
मेष: बेहतरीन समय।
वृषभ: जिसका मूलांक या भाग्यांक 5 है वे खास सावधानी बरतें। अफसरों की ओर से गाज गिर सकती है। मिथुन: भाग्योदय काल।
कर्क: व्यापार वर्ग को लाभ। वाहन से जुड़े कारोबारियों को हानि। सिंह: घर के गुपत शत्रुओं से भय। वाणी पर संयम रखें अन्यथा हानि व कष्ट।
कन्या:बेहतरीन समय।
तुला: कठिनाइयों का दौर खत्म। मान-सम्मान में वृद्धि, पदोन्नति।
वृश्चिक: लाभकारी, लेकिन कोई भी नए कार्य की शुरूआत न करें।
धनु: रुके कार्य पूरे होंगे। प्रतिभा निखरेगी।
मकर: चौतरफा लाभ, खासकर भिलायंस को।
कुंभ: आंशिक हानि। व्यापार में निवेश न करें।
मीन: मंगल का षड़ाष्टक योग रोग ग्रसित कर सकता है। गहरा चिंतन न करें।
मीन: मंगल का षड़ाष्टक योग रोग ग्रसित कर सकता है। गहरा चिंतन न करें।
http://epaper.bhaskar.com/mpcg/epapermain.aspx?eddate=11%2f5%2f2011&edcode=119
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