ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

!!विशेष सूचना!!
नोट: इस ब्लाग में प्रकाशित कोई भी तथ्य, फोटो अथवा आलेख अथवा तोड़-मरोड़ कर कोई भी अंश हमारे बगैर अनुमति के प्रकाशित करना अथवा अपने नाम अथवा बेनामी तौर पर प्रकाशित करना दण्डनीय अपराध है। ऐसा पाये जाने पर कानूनी कार्यवाही करने को हमें बाध्य होना पड़ेगा। यदि कोई समाचार एजेन्सी, पत्र, पत्रिकाएं इस ब्लाग से कोई भी आलेख अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क कर अनुमती लेकर ही प्रकाशित करें।-ज्योतिषाचार्य पं. विनोद चौबे, सम्पादक ''ज्योतिष का सूर्य'' राष्ट्रीय मासिक पत्रिका,-भिलाई, दुर्ग (छ.ग.) मोबा.नं.09827198828
!!सदस्यता हेतु !!
.''ज्योतिष का सूर्य'' राष्ट्रीय मासिक पत्रिका के 'वार्षिक' सदस्यता हेतु संपूर्ण पता एवं उपरोक्त खाते में 220 रूपये 'Jyotish ka surya' के खाते में Oriental Bank of Commerce A/c No.14351131000227 जमाकर हमें सूचित करें।

ज्योतिष एवं वास्तु परामर्श हेतु संपर्क 09827198828 (निःशुल्क संपर्क न करें)

आप सभी प्रिय साथियों का स्नेह है..

राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन-2013

  '' ज्योतिष का सूर्य ''राष्ट्रीय मासिक पत्रिका
 के चौथी वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में

''धर्म-संस्कृति अलंकरण समारोह''
एवं
''राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन'' मान्यवर......................................................................................................................................



कार्यक्रम : 25 अगस्त2013 दिन रविवार
'मायाराम शिक्षण विकास समिति '(रजि. छ.ग.-3788),  द्वारा आयोजित'' धर्म-संस्कृति अलंकरण समारोह'' एवं राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन का कार्यक्रम छत्तीसगढ़ में दुर्ग जिला के इस्पात् नगरी भिलाई में रखा गया है।

मित्रों,
विगत चार वर्षों से ज्योतिष का सूर्य राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ने भारतीय संस्कृति, वैदिक वाङ्मय, संस्कृत एवं हिन्दी साहित्य, भारतीय प्राच्य  विद्याओं के निरन्तर प्रचार-प्रसार में स्वयं की तत्परता दिखायी है। जैसा कि आपको ज्ञात है कि भारतीय धर्म शास्त्रों में वर्णित राष्ट्र देवो भव: तथा वयं राष्ट्रे जागृयाम: इन दोनों वैदिक सूत्रों को लक्ष्य बनाकर भारतीय समाज के प्रगतिशील युवा एवं युवतियों सहित सभी वर्ग को राष्ट्र धर्म एवं  राष्ट्र संस्कृति से जोड़ने का सफलतम् प्रयास किया है, जिसकी निरंतरता आज भी बनी हुई है। इस सफलता का श्रेय आपके सहयोग एवं हमारी इस संस्था के प्रति आदर्श प्रेम को ही जाता है। आगे भी आप सभी से यही आशा है।

साथियों ... भारतीय संस्कृति, संस्कृत साहित्य, प्राच्य पुरातन भारतीय धर्म शास्त्रों का वैदेशिक शाक्तियों ने दमनकारी कुचक्र रचकर इन शास्त्रों  को अस्तीत्त्व विहीन बनाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है, जो न केवल चिन्ता विषय है, वरन् हमें एकजूट हो उन्हें कठोर जवाब देने की भी आवश्यकता है। उन्हीं छ: शास्त्रों में (षड् वेदांग में) ज्योतिष शास्त्र है जिसे अंधविश्वास का पुलिंदा आदि शब्द बाणों से तमाम तरह की पीड़ा पहुँचाई जा रही है, जो असहनीय है। इस असह्य पीड़ा से भला कौन ज्योतिषी नहीं पीड़ित होगा। ऐसे तथाकथित वैदेशिक तत्त्वों को हम अपने गूढ़तम विचारों, आलखों, शोधपत्रों के माध्यम से मिल बैठकर एक विस्तृत चर्चा करें।

अत: मित्रों इन्हीं संदर्भों में हमने राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन का आयोजन भिलाई में आयोजित किया है, जिसमें आपकी उपस्थिति प्रार्थनीय है।

कार्यक्रम :
1. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दीप प्रज्वलन एवं शुभारंभ 02:00pm  2. स्वागत भाषण 02:30 pm
3. प्रख्यात ज्योतिर्विदों का उद्बोधन (विषय के अनुसार अलग-अलग) 03:00 pm to 04:00 pm
4. फेस टू फेस सवालों के जवाब..ज्योतिष एवं वास्तु समाधान (आम नागरिकों का) 04:00 Pm to 06:00pm !
5. प्रमाण पत्र वितरण (सभी ज्योतिष प्रतिभागियों को), ज्योतिष अलंकरण, पुरस्कार एवं स्वर्णपदक वितरण 06:00pm!
6. आभार प्रदर्शन 07:00 pm


शोध-पत्र विषय :
1.भारतीय संस्कृति में ज्योतिष और दैनिक जीवन में उपयोगिता।
2.कौन बनेगा प्रधानमंत्री..? वैदिक ज्योतिष  (2014 लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में)
3.पर्यावरणीय ज्योतिष एवं राष्ट्रोत्थान में ज्योतिष शास्त्र की भूमिका।
4.लाल किताब एवं वैदिक ज्योतिष का तूलनात्मक अध्ययन।
5.भारतीय युवा एवं युवतिओं में बढ़ती नशाखोरी के कारण एवं ज्योतिषिय निवारण के उपाय।
6. वास्तु में शल्य शोधन, भूमि शोधन तथा जल शोधन में तकनीकि एवं वास्तु शास्त्र की भमिका।
7. राजनीतिक सफलता के योग (हस्त रेखा, टैरो कार्ड एवं अंक विज्ञान)

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण

सर्वोत्कृष्ट वक्ता, लेखक, शोधपत्र वाचक को ताम्रपत्र (प्रतीक चिह्न), स्वर्ण पदक (गोल्ड मेडल) से सम्मानित किया जायेगा। साथ ही अन्य ज्योतिष के प्रचार-प्रसार करने वाले ज्योतिष प्रतिभागियों को वरीयता के आधार पर ज्योतिष-प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जायेगा, इस श्रेणी में उन्हीं को शामिल किया जायेगा जो विगत 5 वर्षों से ज्योतिष, वास्तु, रत्न अवं अंक ज्योतिष के अलावा अन्य संबंधित क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


विशेष सूचना


00. कार्यालय में 10 अगस्त 2013 तक प्राप्त आलेखों को ही स्मारिका में स्थान दिया जायेगा।
00. आप यदि उपरोक्त किसी भी विषय पर शोधपत्र पढ़ना(भाषण देना) चाहते हैं तो, सम्पूर्ण शोधपत्र की एक प्रतिलिपी (कॉपी) 15 अगस्त 2013 तक स्पीड पोस्ट/ कोरियर द्वारा हमें भेज देवें। वरियता क्रम के आधार पर आपको प्राथमिकता मिलेगी।
00. स्वयं का पासपोर्ट साईज 4 फोटो, शैक्षणिक बॉयोडाटा, स्वयं का पता लिखा 2 लिफाफा अवश्य भेजें, ताकि हमें प्रवेश-पत्र भेजने में आसानी होगी।
00.भोजन एवं आवासीय व्यवस्था नि:शुल्क रखी गई है, परन्तु संस्था द्वारा यात्रा भत्ता देय नहीं होगा। इसमें संस्था आपके सहयोग कि अपेक्षा रखता है।
00.सम्मेलन का पंजीकरण शुल्क मात्र 1100/ रुपये सहयोग के रुप में प्रत्येक प्रतिनिधी से लिया जायेगा।
00.प्रतिनिधि के साथ आये हुए किसी भी व्यक्ति को भोजन एवं आवासीय व्यवस्था नि:शुल्क नहीं की जायेगी।
00.कृपया आप अपने आने की सूचना 5 अगस्त 2013 तक अवश्य दे दें, ताकि आपकी भोजन एवं आवास की समुचित व्यवस्था ठीक ढ़ंग से हो सके।

विशेष अनुरोधसम्माननीय सभी ज्योतिषियों से अनुरोध है कि पहले से ही अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। रजिस्ट्रेशन कराते ही आपको प्रवेश पत्र भेज दिया जायेगा। सहयोग राशि अपने ही शहर के किसी भी बैंक में ज्योतिष का सूर्य के नाम एकाउण्ट नं.14351131000227 ओरिएण्टल बैंक आॅफ कामर्स, उत्तर गंगोत्री, सुपेला, भिलाई के शाखा में जमा कराई जा सकती है। इसके बाद दिये गये फोन अथवा मोबाईल नं. पर उसकी पुष्टि कर दें।





अधिक जानकारी के लिए..यहाँ सम्पर्क करें....
आयोजक:  ज्योतिषाचार्य पं.विनोद चौबे 9827198828, भिलाई,  संरक्षक -पण्डित श्री दयानन्द शास्त्री.9024390067 (झालरापाटन राजस्थान) एवं रमेश सोनी 9630819481 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

नोट- यदि किन्हीं कारण वशात् तिथि एवं स्थान को परिवर्तित करना पड़ा तो इसकी सूचना आपके ''इन्ट्री पास'' में ही दे दी जायेगी। ''इन्ट्री पास'' तैयार होने का बाद निर्धारीत तिथि में कोई फेरबदल नहीं की जायेगी।

कोई टिप्पणी नहीं: