ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

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गुरुवार, 10 नवंबर 2011

धन धान्य से समृद्ध होगा, 11 वर्ष का छत्तीसगढ़

धन धान्य से समृद्ध होगा, 11 वर्ष का छत्तीसगढ़

सहस्त्राब्दि का महासंयोग ११.११.११., ११:११:११
ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे ,०९८२७१९८८२८ 

11वर्षीय छत्तीसगढ़ के माटी की सोंधी सुगंध भारतवर्ष  में किसी न किसी रूप में सुमधुर छटा बिखेरने में कामयाब रही है। राज्योत्सव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने ठीक ही कहा कि, नक्सलवाद की समस्या के बावजूद छत्तीसगढ़ जिस प्रकार प्रगति का अनवरत कीर्तिमान गढ़ रहा है इससे यह प्रतीत होता है कि आगे सम्पूर्ण देश के लिए प्रेरणादायी राज्य हो जायेगा। उन्होने आगे कहा कि प्रदेश में संरक्षित 23 हजार से ज्यादा धान के जर्मप्लाज्म से अधिक पैदावार और पोषण वाली किस्में तैयार करनी चाहिए, जिससे भारत विश्व में अनाज की कमी की भरपाई कर सके। और इस वर्ष प्रदेश में धन और धान्य की भरपूर वर्षा हुई है जिससे छत्तीसगढ़ कृतज्ञ हो गया है। जहाँ एक तरफ विगत 11 वर्षों में राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं खेल जगत हो या मनोरंजन की दुनिया सभी क्षेत्रों में इस माटी की प्रतिभाओं ने अपनी दखल प्रमुखता से बनाई है। राजनीतिक क्षेत्र में देखा जाए तो श्री मोतीलाल वोरा जी आज भी गांधी परिवार के चहेते और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से हैं, वहीं आज प्रदेश के कुशल नेतृत्व के धनी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सराहनीय योजना पीडीएफ ने भारतवर्ष के कई राज्यों के लिए प्रेरणा स्त्रोत के रूप में बनकर उभरी है। इस योजना की सफलता से अभिभूत हो विदेशी नेताओं ने भी छत्तीसगढ़ आकर इसका आंकलन करते हुए अपने देश में लागू करने का संकल्प लिया है। सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों की बात की जाए तो पण्डवानी गायिका तीजन बाई को पद्मश्री अवार्ड और जॉन मार्टिन नेल्सन को मूर्तिकार के रूप में पद्मश्री मिला है। खिलाडिय़ों मे ंसबा अंजुम को भारतीय हाकी टीम का नेतृत्व देकर कप्तान बनाया गया। अगर बात की जाये छत्तीसगढ़ के सम्मान की तो महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा शिक्षा, समाज व संस्कृति के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिभाओं का सम्मान किया गया है। साहित्यकारों में भी प्रमुख रूप से राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय कई सम्मेलनों में छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्यकारों ने अपनी सहभागिता बनाई है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य गठन का 11 वाँ राज्योत्सव मना रहा है वहीं पर ज्योतिष के आधार पर भी 11वाँ वर्ष (राज्य गठन), 21 वीं सदी का 11 वाँ वर्ष, 11 वाँ महीना, 11 वीं तारीख में 11 बजकर 11 मिनट 11 सेकण्ड का जो यह एक महासंयोग बना यह भी छत्तीसगढ़ राज्य एवं छत्तीसगढ़ की जनता के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।
केन्द्र से राजनीतिक संबंधों मे ंआएगी मधुरता एवं मनमोहन सिंह
की जगह ले सकते हैं राहुल गांधी
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर, 1932 को दोपहर दो बजे पाकिस्तान के झेलम में धनु लग्न में हुआ। इनकी राशि कर्क है। देश में कर्क राशि वाले कई प्रधानमंत्री हो चुके हैं। इनकी कुंडली में भद्रक महापुरुष योग, सुनफा योग, शंख योग, नीच भंग राज योग, श्रीनाथ योग, बुधादित्य योग, हर्ष योग, धन योग और पूर्ण आयु योग है। वर्तमान समय में डॉ. मनमोहन सिंह राहु की महादशा और शुक्र की अंतर्दशा से गुजर रहे हैं। गौरतलब है कि इस देश के अधिकांश प्रधानमंत्री राहु दशा के प्रभाव में बने हैं। इनमें इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी और अटल बिहारी वाजपेयी का नाम शामिल है। यह मनमोहन सिंह का अत्यंत अच्छा समय नहीं कहा जा सकता है क्योंकि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सूर्य तुला राशि में हैं। उनका शनि भी तुला राशि में जा रहा है। यह दोनों राशियाँ एक-दूसरे की दुश्मन हैं इसलिए वह ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री के रूप में नहीं टिक ना मुश्किल है। उनकी जगह राहुल गाँधी ले सकते हैं।
परंतु जन्मकुंडली में लग्न से तृतीय भाव में राहु कुंभ राशि में पराक्रम भाव में है। शुक्र ग्रह अकारक लग्न से अष्टम भाव में चंद्र के साथ स्थित है। अत:छत्तीसगढ़ के विकास में भरपूर सहयोग देंगे, जो छत्तीसगढ़ के लिए नितांत आवश्यक है। यहां तक की राज्य के मुखिया द्वारा बेहतरीन तरीके से किये जा रहे कार्यों का वगैर भेदभाव के सराहना करते हुए किसी विशिष्ट सम्मान से सम्मानित भी कर सकते हैं। वहीं बात की जाय देश की सबसे प्रभावशाली महिला सोनिया गांधी का तो , सोनिया गाँधी का जन्म 9 दिसंबर, 1946 रात्री 21:00 बजे मिलान (इटली) में हुआ था। वर्तमान में सोनिया गाँधी की कर्क लग्न जन्म कुंडली में बुध की महादशा चल रही है जो कि 26 जनवरी, 2013 तक रहेगी। इधर मिथुन राशि वाले छत्तीसगढ़ के प्रति उनका झुकाव परोक्ष-प्रत्यक्ष रूप से बने रहने की उम्मीद है।
शनि के राशि परिवर्तन से खुशहाल होंगे किसान:
सुरगुरुर्मेषे सुखं सर्वजनेषु:तारीख 25.12.2011 से गुरु मेष राशि में मार्गी होकर गोचर में भ्रमण करेंगे। इससे पूर्व 13.10. 2011 से अश्विनी नक्षत्र में गुरु का भ्रमण होगा। 15 नवंबर 2011 के बाद शनि तुला राशि में प्रवेश करेंगे, यह समय छत्तीसगढ़ के लिए अग्नि परीक्षा का हो सकता है सत्तासीन पार्टी भाजपा के अंदर का अंर्तकलह खुलकर सामने होगा और बस्तर राज्य को अलग करने की मांग एक बार उठ सकती है, लेकिन कुशल नेतृत्व वाले डॉ.रमन सिंह सुलझाने में पूर्णतया सफल हो जायेंगे।
सहस्त्राब्दि का महासंयोग (11.11.11 ) :
स्वतंत्र भारत के वृषभ लग्न की कुंडली में उस समय छठे स्थान में स्थित बृहस्पति से शनि का भ्रमण कर रहा है अत: महंगाई पर केंन्द्र सरकार नियंत्रण करने में असफल रहेगी ही साथ ही साथ छत्तीसगढ़ के विकास के लिए दी जाने वाली धनराशि में कटौती भी कर सकती है, जिसका मुद्दा सत्ताधारी रमन सरकार बड़े ही जोश-खरोस के साथ उठायेगी अंतत: केन्द्र सरकार को छत्तीसगढ़ के विकास निधी के अलावा एक बार पुन: बेहतरीन काम करने के एवज में सम्मानित करना पड़ेगा। कर्म क्षेत्र का कारक सूर्य स्वयं अपने ही भाव में बैठरकर आगामी 2011-2012 में रमन सरकार के शासन काल में किये गये श्रेष्ठ कार्यो के लिए सर्वोत्कृष्ट खिताब से नवा•ाा भी जा सकता है। 11.11.11., 11:11:11  एवं छत्तीसगढ़ के गठन से 11वाँ स्थापना वर्ष का मूलांक  -5 होता है और 5 मूलांक का स्वामी शनि हैं संयोग की बात है इस दुर्लभ महासंयोग के समय मकर लग्न था जिसके स्वामी भी  शनि हैं ,और चतुर्थ स्थान में गुरू स्थित हैं चतुर्थ स्थान जनता तथा जनता के सुख का होता है।  अत: राज्य की जनता को उपरोक्त सभी सुख मिलेंगे किंतु अष्टम में मंगल होने से नक्सल समस्या अभी बनी रहेगी। 1 नवंबर 2000 को कर्क लग्न में छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ , और छत्तीसगढ़ का नमाक्षर छ है जिसके आधार पर छत्तीसगढ़ का मिथुन राशि एवं राशीश भी बुध हैं और 11 नवंबर के महासंयोग के समय 11:11:11 पर बनी कुंडली के अनुसार आय के भाव यानी भाग्येश होकर बुध ग्रह आय भाव में कर्मेश शुक्र के साथ स्थित है अत: गुजरात के पैटर्न पर यहां भारी मात्रा में बड़े-बड़े उद्योग लगने की उम्मीद है जो एक तरफ राज्य सरकार के आय में वृद्धी करेगी तो दूसरी ओर बेरोजगार युवकों को रोजगार भी मिलेगा।
छत्तीसगढ़ विपक्ष द्वारा लगाये गये आरोपों से मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा.
यह महा संयोग राज्य के लिए हर मायने में शुभदायक रहेगा और प्रदेश की जनता पर रमन का जादू अभी बरकरार रहने उम्मीद है, किन्तु 15 नवंबर से शनि राशि परिवर्तन कर तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं अत: मिथुन राशि पर नवपंचम योग निर्माण कर सत्ताधारी मंत्रीयों में से किन्हीं दो मंत्री पर विपक्ष (कांग्रेस) कोई संगीन आरोप लगाकर  मंत्री को पदच्युत करने की मांग कर सकता है क्योंकि 30 जुलाई 2011 से शुक्र की विंशोत्तरी महा दशा में राहु का अंतर  और राहु का प्रत्यंतर आगामी 12 जनवरी 2012 तक रहेगा इसी बीच शनि के तुला-प्रवेश के कारण छत्रभंग के योग बन रहे हैं। जो विरोधियों में तिव्रता बढ़ जायेगी अत: इस दौरान विपक्ष(कांग्रेस) निवर्तमान सरकार पर हावी होकर मंत्री को बर्खास्त करने की मांग पर अड़े रहेंगे। इस दौरान नक्सली गतिविधीयों में हलचल होने आशंका बनी रहेगी। 12 जनवरी के बाद एक बार पुन: छत्तीसगढ़ विकासोन्मुखी होगा।

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