ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

!!विशेष सूचना!!
नोट: इस ब्लाग में प्रकाशित कोई भी तथ्य, फोटो अथवा आलेख अथवा तोड़-मरोड़ कर कोई भी अंश हमारे बगैर अनुमति के प्रकाशित करना अथवा अपने नाम अथवा बेनामी तौर पर प्रकाशित करना दण्डनीय अपराध है। ऐसा पाये जाने पर कानूनी कार्यवाही करने को हमें बाध्य होना पड़ेगा। यदि कोई समाचार एजेन्सी, पत्र, पत्रिकाएं इस ब्लाग से कोई भी आलेख अपने समाचार पत्र में प्रकाशित करना चाहते हैं तो हमसे सम्पर्क कर अनुमती लेकर ही प्रकाशित करें।-ज्योतिषाचार्य पं. विनोद चौबे, सम्पादक ''ज्योतिष का सूर्य'' राष्ट्रीय मासिक पत्रिका,-भिलाई, दुर्ग (छ.ग.) मोबा.नं.09827198828
!!सदस्यता हेतु !!
.''ज्योतिष का सूर्य'' राष्ट्रीय मासिक पत्रिका के 'वार्षिक' सदस्यता हेतु संपूर्ण पता एवं उपरोक्त खाते में 220 रूपये 'Jyotish ka surya' के खाते में Oriental Bank of Commerce A/c No.14351131000227 जमाकर हमें सूचित करें।

ज्योतिष एवं वास्तु परामर्श हेतु संपर्क 09827198828 (निःशुल्क संपर्क न करें)

आप सभी प्रिय साथियों का स्नेह है..

बुधवार, 24 अगस्त 2011

मोटापा घटाना है तो.............


मोटापा घटाना है तो....
कम वसा वाला भोजन दिल और कई अंगों के लिए स्वास्थ्यवर्धक माना जाता रहा है। अब शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला है कि अगर लोग पर्याप्त मात्रा में कम वसा वाला शाकाहारी भोजन करें तो उन्हें मोटापे से छुटकारा मिल सकता है।
शोधकर्ताओं ने 87 पूर्ववर्ती अध्ययनों के आधार पर एक नई आकलन रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कहा गया है कि शाकाहारी आहार लेने से मोटापे से मुक्ति मिल सकती है। अगर संतुलित शाकाहारी आहार लें तो मोटे व्यक्ति प्रति सप्ताह करीब एक पौंड तक अपना वजन घटा सकते हैं।साथ ही इससे व्यक्ति को फिट रहने में भी मदद मिलती है।
*     हरी सब्जी का जूस, कच्चा रस आदि मोटापा कम करने में सहायक है।
*     शोधकर्ताओं के मुताबिक शाकाहारी व्यंजन लेने वाले लोग सामान्य तौर पर मांसाहारी व्यंजन लेने वाले लोगों की तुलना में अधिक छरहरे होते हैं।
*     शाकाहारी व्यंजन लेने वाले लोगों में हृदय रोग का खतरा भी मांसाहारी व्यंजन लेने वाले लोगों की तुलना में कम होता है।
*     मांसाहारी व्यंजन हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप आदि खतरनाक बीमारियों को आमंत्रित करता है।
*     मोटापे की एक प्रमुख वजह इन्हीं आहारों को माना गया है।
*     जहां शाकाहारियों के बीच मोटे लोगों की संख्या कम है, वहीं मांसाहारियों के बीच इनकी संख्या गुणात्मक रूप से अधिक है।
*     शोध के मुताबिक शाकाहारियों के बीच मोटापे की दर अधिकतम छह फीसदी तक है जबकि मांसाहारियों के बीच यह दर कई गुना अधिक है।
वजन कम करने के दस उपाय
1. जब भी कोई खाद्य पदार्थ खरीदें तो यह जरूर देख लें कि उसमें वसा और शर्करा का स्तर क्या है। खासतौर से सेचुरेटेड वसा वाले पदार्थो का सेवन करने से बचें।
2. अगर अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थ खा रहे हों तो उसकी जगह कम वसा वाले पदार्थ लेना शुरू करें। इस तरह आप वसा की जो मात्रा ले रही हैं, उसे धीरे-धीरे कम करती जाएं। शोधकर्ताओं ने पाया है कि जो स्त्रियां कम वसा वाला भोजन लेती हैं, अधिक वसा वाले पदार्थो के प्रति उनका आकर्षण अपने-आप समाप्त हो जाता है।
3. जब भोजन करने बैठें तो एक ही बार में कई तरह के व्यंजन न लें। अनियंत्रित ढंग से खाने से बचें। वही चीजें खाएं जिन्हें आप आसानी से पचा सकें। जब आप भूखी हों और भोजन करने जाएं तो यह पहले से तय कर लें कि आप क्या खाने जा रही हैं और उसका आपके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्योंकि अगर आप यह पहले से तय नहीं रखेंगी तो फ्रिज खोलने पर मनपसंद चीजें देखकर मन बहक सकता है और तब आप ज्यादा खा लेंगी।
   4. अपना मन भी न मारें। अगर आपका मन चॉकलेट खाने का करे तो एक छोटा सा टुकड़ा लें। क्योंकि अगर आप अपने चॉकलेट खाने पर प्रतिबंध लगाएंगी तो फिर चॉकलेट की तलब होने पर आप उसकी जगह केला खाएंगी। फिर बिस्किट लेंगी और अंत में किसी न किसी तरह चॉकलेट भी ले ही लेंगी।
   5. कभी भी खाने का विकल्प न ढूंढें। कभी समय या सुविधा की कमी के कारण भोजन की जगह फास्ट फूड या अन्य चीजें न लें। समय निकालकर जैसे भी हो सके निश्चित समय पर सही और संतुलित मात्रा में भोजन लें। भोजन की जगह हल्का-फुल्का कुछ ले लेने से न तो संतुष्टि मिल सकती है और न ही पोषण। अलबत्ता अगले भोजन के समय आप भोजन भी असंतुलित ढंग से अधिक मात्रा में करेंगी और यह वजन बढऩे का कारण बन सकता है।
   6. अन्य कार्यो और जरूरतों की तरह भोजन के मामले में योजनाबद्ध तरीका अपनाएं। घर से जब दफ्तर के लिए निकलें तो अपना भोजन साथ लेकर चलें। अपने लंच बॉक्स में फल और स्नैक्स भी पहले से शुमार रखें। ताकि समय-समय पर चबाने के लिए भी आपको कोई अस्वास्थ्यकर चीज न लेनी पड़े।
   7. नियमित रूप से व्यायाम करें। अगर कोई और व्यायाम न कर सकें तो मॉर्निग वाक ही कर लिया करें। यह पहले से मौजूद वसा को जलाने और शरीर को चुस्त व फुर्त बनाए रखने में सहयोगी साबित होगा। अगर इसके बावजूद आपका वजन नियंत्रित न हो रहा हो तो यह ध्यान रखें कि आप जितनी अधिक से अधिक सक्रिय रहेंगी, आपका वजन उतना ही नियंत्रित होगा।
   8. अगर आप अपने वजन को लेकर सचमुच गंभीर हैं तो फिर इस पर निगरानी भी रखें। समय-समय पर यह चेक करती रहें कि आप क्या खा रही हैं? जो खा रही हैं उसका आप पर क्या असर हो रहा है? नियमित रूप से अपना वजन जानती रहें और जरूरत के मुताबिक आसन-व्यायाम में भी बदलाव लाएं।
   9. हमेशा यथार्थवादी रवैया अपनाएं। अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है तो उसे घट कर अपेक्षित स्तर तक आने में समय लगेगा। इस दौरान धैर्य रखें। अगर थोड़ा ही ज्यादा हो तो वजन घटाने के लिए बहुत ज्यादा दबाव भी न दें। संतुलन बनाए रखें।
  10. व्यवस्था ऐसी बनाएं कि वजन बढऩे की नौबत ही न आए। इस बात का ध्यान रखें कि परिवार का हर सदस्य नियमित रूप से व्यायाम, या नृत्य या फिर किसी और ऐसी गतिविधि में हिस्सेदारी करता रहे जिससे वजन नियंत्रित रहे। जब आप नियंत्रित कर लें तो फिर व्यायाम में हिस्सेदारी पूरी तरह छोड़ें नहीं। उसे कम भले कर दें, पर हमेशा के लिए जारी रखें।

कोई टिप्पणी नहीं: