खेती भी करेंगे, उद्योग भी चलाएंगे-
सहकारिता के संग, आगे बढ़ते जाएंगे।
सहकारी मंत्री ने रखी सबको की नींव
धर्मशास्त्र के अनुसार भाद्रपक्ष कृष्ण षष्ठी की तिथि को, जिस दिन श्री कृष्ण के अग्रज बलराम जी का जन्म हुआ था,इस त्यौहार का सम्बन्ध श्री बलराम जी से है जिनका एक नाम हलधर भी है। ऐसा प्रतीत होता है कि बलराम जी ने अपने काल में कृषि कार्य में विशिष्ट प्रयोग किये थे। इसी को ध्यान मे रखते हुए देश में पहली बार छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला में हलषष्ठी के पावन पर्व पर श्री बलराम कृषि उत्पाद एवं विपणन को आपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की आधारशिला मुख्य अतिथि प्रदेश के सहकारिता मंत्री ननकीराम कंवर ने बोरई में विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों की मौजूदगी में रखी। कार्यक्रम के अध्यक्ष संसदीय सचिव विजय बघेल ने कहा कि लोगों ने सहकारिता को राजनीति में आगे बढऩे की सीढ़ी बनाया। अब ऐसे ही लोग सबको के विरोध में खड़े है। जिले के किसान ऐसे लोगों की मंशा पूरी नहीं होने देंगे। कार्यक्रम में विधायक विरेन्द्र साहू सहित प्रदेश के गणमान्य किसान भी उपस्थित थे।
जिस तरह बीएसपी ने इस्पात निर्माण के क्षेत्र में एशिया में अव्वल रहने का गौरव पाया उसी तरह कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना में दुर्ग जिला पूरे एशिया में अव्वल रहेगा।
- प्रीतपाल बेलचंदन
क्या है सबको?
दुर्ग जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन के नतृत्व में सहकारिता की एक क्रान्तिकारी योजना के तहत कृषि आधारित उद्योग की शुरूआत होने जा रही है। कृषि देवता भगवान बलराम के नाम से जिले के किसानों की दशा और दिशा सुधारने के नेक उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत हुई है जिसका नाम श्री बलराम कृषि (उत्पाद एवं विपणन) को-आपरेटिव लि. सबको रखा गया है. जिसके तहत पैडी प्रोसेसिंग (राईस मिल) राईसब्रान, सोयाबीन, सालसीड पर आधारित साल्वेंट प्लांट एवं रिफायनरी उद्योग, धान, भूसा, मीथेन गैस पर आधारित पॉवर प्लांट, पशुधन संरक्षित एवं पशुआहार दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट, फ्लोर एवं बेसन प्लांट (चना ) का निर्माण विभिन्न चरणों में होना है।
सबसे अहम बात यह है कि इस योजना में किल्ला मंदिर दुर्ग के सर्वकार महंत गौतमानंद जी ब्रम्हचारी ने किसानों के हित में मंदिर की दुर्ग विकासखंड के ग्राम बोरई की 60 एकड़ जमीन सबको को दान में दी है. यह योजना जिस पारदर्शिता के साथ शुरू होने जा रही है यह निश्चित ही प्रशंसनीय है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन कहते हैं कि आज देश में अन्नदाता किसानों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, उनके खून पसीनों की मेहनत का प्रतिफल उन्हे सही नहीं मिल रहा है। किसानों के दम पर लोग उद्योगपति बन रहे हैं और इधर किसान खेत छोडऩे पर मजबूर हैं। ऐसे में देश व कृषि व किसानों को मुख्यधारा में जोड़े रखने उनके भविष्य की चिंता करते हुए। हमने कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने की योजना बनाई है। इस उद्योग का हर किसान मालिक रहेगा. आज जिले के लगभग सभी किसान हमारी इस योजना को समझ कर हमें अपना समर्थन दे रहे हैं. जिला सहकारी बैंक दुर्ग का इस योजना में संपूर्ण मार्गदर्शन व सहयोग रहेगा।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए दुर्ग जिला सहकारी बैंक व सबको के नेतृत्वकर्ता प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा कि कृषि में आन वाले उतार - चढ़ाव से आम साधारण किसान की हालत काफी दयनीय है। किसान अनाज तो पैदा करता है पर उसका लाभकारी मूल्य उसे नहीं मिल पाता जिस वजह से किसान व आश्रित परिवार कृषि से दूर होने मजबूर हैं। ऐसे में किसानों के पास करने के लिए कुछ रह नहीं जाता है? साथ ही कवल कृषि आधारित व्यवसाय ही देश में सबसे ज्यादा सफल व लाभकारी है. इन्ही सब विषयों को ध्यान में रखते हुे व्यवसायिक होकर किसानों में आर्थिक समृद्धि लाने छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम दुर्ग जिले के किसान सहकारिता के रास्ते पर चल पड़े हैं और श्री बलराम कृषि उत्पाद एवं विपणन को-आपरेटिव सो.लि. के माध्यम से कृषि आधारित उद्योग का निर्माण कर कृषकों की भावी समृद्धि के लिए प्रयासरत हैं।
जिला सहकारी बैंक की 182 समितियों एवं अन्य सहकारी समितियों से संबद्ध 4 लाख किसानों को ध्यान में रखकर सबको का निर्माण किया गया है। सबको उद्योग किसानों के संपूर्ण स्वामित्व वाला छत्तीसगढ़ का पहला उद्योग होगा इसके साथ ही शेयर धारक कृषक परिवार के बेरोजगार व्यक्ति को ही रोजगार उपलब्ध करना हमारी प्राथमिकता होगी।
श्री बेलचंदन ने बताया कि श्री बलराम कृषि (उत्पाद एवं विपणन) को - आपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (सबको) योजना का अनुमानित बजट एक एकीकृत योजना का 300 करोड़ के लगभग है। श्री बेलचंदन ने कहा कि भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कृषक एवं कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था कहना अधिक न्यायसंगत होगा, क्योंकि ग्रामीण जनता का मूल आर्थिक आधार कृषि आधारित व्यवसाय है।
प्रीतपाल बेलचंदन ने बताया कि उक्त योजना की शुरूआत हो चुकी है, जिले के किसान अब सबको उद्योग में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकेंगे। प्रति शेयर का मूल्य 500 रूपये व सदस्यता राशि 100 रूपये निर्धारित है। जिले के शत् प्रतिशत किसानों को शेयर धारक सदस्य बनाने अप्रेल माह के अंत तक का लक्ष्य रखा गया है। किसान जिला सहकारी केंद्रीय बैंक से संबद्ध शाखाओं से व समितियों में अधिकृत अधिकारियों के पास शेयर राशि जमा कर रसीद प्राप्त कर सकते हैं।
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