ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

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बुधवार, 24 अगस्त 2011

बेहतर सोच ही .. आपको मंजिल तक पहुँचा सकती है

बेहतर सोच ही .. आपको मंजिल तक पहुँचा सकती है
पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी ने कहा है कि जागती आँखों से सपने देखो, सपने नहीं देखोगे तो पूरा कैसे करोगे लेकिन सिर्फ सपने देखना पर्याप्त नहीं वरन उन्हे पूरा करने के लिए प्रयास बहुत जरूरी है।

आंखों पर काला चश्मा लगाकर देखोगे तो सारी चीजें काली दिखायी देंगी। कोई भी व्यक्ति जन्म से महान नहीं होता वरन उसके कर्म उसे महान बनाते हैं। कुछ शरारती बच्चों ने एक बुजुर्ग को छेडऩे की नियति से कहा बाबा ये वो ही गाँव है  जहाँ महान लोग पैदा हुए। बुजुर्ग ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि बेटा वो वही गाँव है। लेकिन यहाँ कोई महान पैदा नहीं हुआ यहाँ तो बच्चे पैदा होते हैं और वो अपने कर्मों से महान बनते हैं। कहानी का सार बच्चे स्वयं समझ गये होंगे...
व्यक्ति जब पैदा होता है तो दो हाथ दो पैर एक सर (दिमाग) लेकर, बस वो उनका उपयोग कैसे करता है। यह महत्वपूर्ण है।
1. कठिन परिश्रम से ज्यादा जरूरी है। सही दिशा में कठिन परिश्रम।
2. अब हार्ड वर्क आपको सफलता नहीं दिला सकता अब जरूरत है। स्मार्ट वर्क की।
3. समय के साथ परिवर्तन आवश्यक है। क्योंकि परिवर्तन आवश्यक है। क्योंकि परिवर्तन ही संसार का नियम है।
4. रात कितनी भी काली गहरी अंधेरी क्यों न हो सबेरा अवश्य होता है।
5. किसी को भला समझना बहुत अच्छी बात है। परन्तु भोला समझना बेवकूफी।
6. अपने आपको ऐसा बनाओ कि लोग आपकी तरफ स्वयं खिंचे हुए चले आयें न कि आप लोगों की तरफ।
7. दूसरे की शिकायत करना बहुत आसान है। शिकायत करने से के अपने स्वभाव को त्याग करें।
अरे यार लाइट नहीं है, सरकार कुछ करती नहीं, सड़कों में बहुत गड्ढे हैं । इस तरह की शिकायत करते चारों तरफ बहुत से लोग पाये जाते हैं। परन्तु कभी भी यह नहीं सोचते कि उस गन्दगी को फैलाया किसने।
एक सकारात्मक रवैया आपकी जिन्दगी ही नही वरन एक बेहतर शुरूआत की नवीं भी रखेगा।
हमें कुछ बेहतर करने के लिए आवश्यक है कि पहले अपे आप में सुधार करें। बाद में दुनिया बदलें। पहले अपने अन्दर झाँक कर देखें कि शर्ट के अन्दर बनियान है भी कि नहीं फिर दूसरे के शर्ट के अन्दर झाकें।

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