मैं ' उपराष्ट्रपति ' नहीं आपने गलत समझा, मैं ' हामिद अंसारी' हुं....
कांग्रेस की स्थिति इस दौर से गुजरेगी शायद यह उन युवराज भक्तों ने सोचा भी नहीं था ! मणिशंकर अय्यर, जयराम रमेश समेत तमाम कांग्रेस के नेताओं ने पुन: आत्मचिन्तन करने की वकालत की है, बावजूद आज कांग्रेस की 'नाली के कीड़े' की भांति बजबजाते रहना एक सामान्य प्रक्रिया सी हो गई है...उसी का एक हिस्सा अंसारी हैं... और गुमनामी के नशे में चूर... "सम्मान वापसी गिरोह" भी ख़ामोश इसलिये हैं क्योंकि उनका काम चीन ने वापस ले लिया है.. चीन अब खुद चीनी सरकारी समाचार पत्र 'ग्लोबल टाईम्स' के जरीये मोर्चा संभालने लगा है... भारत को धमकाने और भारत की जनता के बीच में 'मोदी सरकार' के प्रति नफ़रत फैलाने के उलूल जलूल बयान दे रहा है.... इनटॉलरेंस की बात करने वाले हामिद मियां को अब रतौंधी हो गया है.. उनको कश्मिरी पण्डितों पर ढाहे गये जुल्म और उनको निर्वसित कर दिया गया मियां हामिद को उन कश्मीरी पण्डितों के असुरक्षा का ख्याल नहीं आया ?
हजारों सिक्ख केवल इसलिये मार दिये क्योंकि 'कोई बड़ा पेंड़ गिरता है तो पृथ्वी हिलती है' जिसका इशारा साफ था ...यानी यूं ही कुछ निर्दोष लोग यूं ही मौत के घाट उतार दिये जाते हैं उस समय को याद कर कम से उसकी भी तो चर्चा मियां हामिद कर दिये होते...?
मुजफ्फर नगर की घटना यूपीए सरकार के ही वक्त सपा सरकार में मुश्लिमों को निर्वसित होना पड़ा, जबकी जांच में यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से छोटी घटना इतनी बड़ी सामाजिक विद्वेष में परिणत हो गई !
इसी भारत के मुंबई में रहने वाले गायक सोनू निगम ने अपने हक़ के लिये सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के आधार पर कानफोड़ू अजान जो माईक से हो रहे 'ध्वनि प्रदूषण' पर रोक लगाने की बात की तो उनके उपर फतवा जारी कर 'सोनू निगम के कटा शिर लाने वाले को १५ लाख रूपये देने की घोषणा" एक मौलाना ने किया ! उस समय इनटॉलरेंस की बात आपने क्यों नहीं की ?
भारतीय इतिहास में पहला पूर्व उपराष्ट्रपति होगा जब वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद उपराष्ट्रपति पद पर रहते हुए केवल एक सम्प्रदाय विशेष के असुरक्षा की बात कर रहा है, जो सरासर गलत है क्योंकि इसके पूर्व उनकी यूपीए सरकार में जितने साम्प्रदायिक दंगे हुए हैं उसकी वनिपस्पत एनडीए सरकार में बिल्कुल कम है या यूं कहें न के बराबर है , फिर भी हामिद अंसारी का यह बयान डूबते कांग्रेस को बचाने तथा देश में साम्प्रदायिक दंगे फैलाने की साजिश़ हो सकती है, या कुछ दिन पूर्व राहुल गांधी की वजह चीनी राजनयिक से चुपके चुपके मुलाकात, फिर संसद में सोनिया गांधी की ओछी बयान इसके तत्क्षण बाद हामिद अंसारी का यह बयान उपराष्ट्रपति रहते यह देशतोड़क बयान, वैश्विक स्तर पर मोदी सरकार की साख़ गिराने का प्रयास है !
ऐसे असंख्य घटनाएं हैं, जिनका जिक्र करने पर बहुत वक्त जाया होगा...क्योंकि १९४७ के बाद पहली बार योग्य व्यक्ति को राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद जी, १३ वें उपराष्ट्रपति श्री वैंकेया नायडू, और पीएम स्वयं मोदी जी हैं...ये सभी राष्ट्रवादी विचारधारा के गोत्र आरएसएस से गोत्रोत्पन्न संतति हैं.. पूरे देश को बधाई, और हो गई हामिद अंसारी की विदायी !
जिसको पूरा देश बतौर उपराष्ट्रपति १० वर्षों तक सहज स्वीकार किया उसकी धर्मभेद की इतनी ओछी मानसिकता हो सकती है यह एक अकल्पनीय घटना है, जिसमें कांग्रेसी विचारधारा झलकती है !
-पण्डित विनोद चौबे, संपादक- '' ज्योतिष का सूर्य' भिलाई
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