.....केवल मोदी इफेक्ट है डोकलाम विवाद..चाईना, भारत को महाशक्ति बनने से रोकना चाहता है..
साथियों, नमस्कार...
डोकलाम विवाद से चल रही तनातनी यूं ही लंबी खिंचती जाए तो भारत के लिए यह काफी फायदेमंद साबित हो सकता है । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ओर तो अमेरिका, इजराइल, रूस और जापान जैसे देशों का रुख भारत के पक्ष में स्पष्ट होता जा रहा है । वहीं दूसरी ओर, घरेलू मोर्चे पर चीनी सामान के बहिष्कार का संदेश लगातार चर्चा में बने रहने से आम आदमी में निचले स्तर तक इस जागरूकता का फैलाव बढ़ता जा रहा है ।
उधर, सरकार के स्तर पर भी दबाव बढ़ा है कि चीनी सामान के आयात को उत्तरोत्तर कम करने के लिए गंभीरता से दीर्घकालिक समयबद्ध नीति का निर्धारण हो और उसे शीघ्रता से लागू किया जाए। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों सभी मंत्रालयों को इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी किया है ।
भारत से युद्ध करने में अंदर ही अंदर चीन के पसीने छूट रहे है।उसे मालूम है अगर भारत से युद्ध हुआ तो रूस,अमेरिका और जापान भारत के साथ खड़े होंगे ,उधर इजराइल और फ्रांस भारत को आधुनिक युद्धक साजो सामान देने के लिए उतावले हो रहे है।ऐसे में यदि भारत के साथ युद्ध किया गया तो सन 1962 में हथियाया गया लद्दाख का बड़ा भूभाग और हिन्दू तीर्थ मानसरोवर से हाथ धोना पड़ सकता है। सारी हकीकत और भारत के साथ युद्ध करने का नफा नुकसान जानकर ही चीन भारत से युद्ध करने में पीछे हटने लगा है। केवल मोदी इफेक्ट !!
- पण्डित विनोद चौबे, संपादक- ' ज्योतिष का सूर्य' http://ptvinodchoubey.blogspot.com/2017/08/blog-post_19.html
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