ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

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गुरुवार, 30 जून 2011

कैसा रहेगा आपके लिए 1 जुलाई को सूर्य ग्रहण और राशियों पर प्रभाव

कैसा रहेगा आपके लिए 1 जुलाई को सूर्य ग्रहण और राशियों पर प्रभाव वर्ष 2011 का तीसरा ग्रहण 1 जुलाई को सूर्यग्रहण के रूप में लग रहा है जो भारत में नहीं दिखेगा.
यह अंटार्कटिका को छोड़कर दुनिया में कहीं और दिखाई नहीं देगा.
आंशिक सूर्य ग्रहण शुक्रवार को भारतीय समयानुसार दोपहर एक बजकर 23 मिनट पर शुरू होकर 2 बजकर 53 मिनट तक रहेगा. दोपहर 2 बजकर 9 मिनट पर यह चरम पर होगा. यह खगोलीय घटना करीब डेढ घंटे जारी रहेगी.
साइंस पॉपुलराइजेशन एसोसिएशन आफ कम्यूनिकेटर्स एंड एजुकेटर्स (स्पेस) के अध्यक्ष सी. बी. देवगन ने कहा कि आंशिक सूर्य ग्रहण केवल अंटार्कटिका और दक्षिणी अक्षांश से दिखाई देगा.
वर्ष 2011 में लगने वाले चार आंशिक सूर्यग्रहणों में शुक्रवार को ग्रहण तीसरा है. इससे पहले 4 जनवरी, और 1 जून को ग्रहण पड़ चुका है तथा शुक्रवार के बाद 25 नवंबर 2011 को अगला सूर्य ग्रहण लगेगा.
इस ग्रहण को अनोखा कहा जा सकता है क्योंकि दक्षिणी गोलार्ध ठंड का मौसम है.
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक ग्रहण के असर के कारण आने वाले दिनों में इन जगह प्राकृतिक आपदाएं आने के योग बन सकते हैं. लगातार तीन ग्रहण होने से दुनिया के कुछ हिस्सों में प्राकृतिक प्रकोप या कोई बड़ी दुर्घटना होने की आशंका जताई जा रही है.

इस साल पड़ने वाले अन्य सूर्य ग्रहण:
25 नवंबर 2011, खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा. यह भी भारत में नहीं दिखेगा.
10 दिसंबर 2011, शनिवार को खग्रास चंद्रग्रहण, जो भारत में दिखाई देगा.
क्या होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण ?
पूर्ण सूर्य ग्रहण उस समय होता है जब चन्द्रमा पृथ्वी के काफ़ी पास रहते हुए पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है और चन्द्रमा पूरी तरह से पृ्थ्वी को अपने छाया क्षेत्र में ले लेता है. इसके फलस्वरूप सूर्य का प्रकाश पृ्थ्वी तक पहुंच नहीं पाता है और पृ्थ्वी पर अंधकार जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है तब पृथ्वी पर पूरा सूर्य दिखाई नहीं देता. इस प्रकार बनने वाला ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण कहलाता है.

आंशिक सूर्य ग्रहण
आंशिक सूर्यग्रहण में जब चन्द्रमा सूर्य व पृथ्वी के बीच में इस प्रकार आए कि सूर्य का कुछ ही भाग पृथ्वी से दिखाई नहीं देता है अर्थात चन्दमा, सूर्य के केवल कुछ भाग को ही अपनी छाया में ले पाता है. इससे सूर्य का कुछ भाग ग्रहण ग्रास में तथा कुछ भाग ग्रहण से अप्रभावित रहता है तो पृथ्वी के उस भाग विशेष में लगा ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण कहलाता है.

वलयाकार सूर्य ग्रहण
वलयाकार सूर्य ग्रहण में जब चन्द्रमा पृथ्वी के काफ़ी दूर रहते हुए पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है अर्थात चन्द्र सूर्य को इस प्रकार से ढकता है, कि सूर्य का केवल मध्य भाग ही छाया क्षेत्र में आता है और पृथ्वी से देखने पर चन्द्रमा द्वारा सूर्य पूरी तरह ढका दिखाई नहीं देता बल्कि सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित होने के कारण कंगन या वलय के रूप में चमकता दिखाई देता है. कंगन आकार में बने सूर्यग्रहण को ही वलयाकार सूर्य ग्रहण कहलाता है.



साल 2011 में ढेर सारी खगोलिय घटनाएं देखने को मिलेंगी। इस साल कुल 6 ग्रहण लगेंगे। साल में छह ग्रहण जैसी स्थिति महाभारत के काल में बनी थी, जिसका सबसे बुरा प्रकोप भारत पर देखने को मिला था। इसी क्रम के अंतर्गत 1 जुलाई को आंशिक सूर्य ग्रहण पड़ेगा। यह ग्रहण दोपहर 1:24 बजे से शुरू हो गा और 2:55 बजे तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन फिर भी इसके प्रभाव भारत में देखने को मिलेंगे।

गुरु को छोड़ सभी ग्रह इस ग्रहण की चपेट में आयेंगे। इस ग्रहण के भारत व लोगों पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा इस बारे में हमें बता रहे हैं लखनऊ के ज्‍योतिषाचार्य अनुज के शुक्‍ला।

भारत की राशि वृषभ है और वृषभ राशि के लिए यह ग्रहण अच्‍छा नहीं है। इसके प्रभाव स्‍वरूप भारतीय राजनीति में उथलपुथल की आशंका बन रही है। बाढ़, आंधी, तूफान व भूकंप के खतरे बनने लगे हैं।

अब बात करते हैं किस राशि पर क्‍या होगा प्रभाव ? मेष: पुराने कार्यों में प्रगति मिलेगी, महिलाओं को सिर दर्द की शिकायत हो सकती है, व्‍यापारी वर्ग को धन लाभ मिल सकता है।
वृषभ: जीवन साथी से तनाव हो सकता है। अच्‍छी खबर सुनाई देगी, मंगल कार्य होंगे व धन की प्राप्ति होगी।
मिथुन: नौकरी पेशे वाले सावधान रहें। परिवार में छोटे मेहमान के आने की खबर मिल सकती है। घर में ढेर सारी खुशिया आयेंगी।
कर्क: संतान की ओर से परेशानी बढ़ सकती है, स्‍वास्‍थ्‍य बिगड़ सकता है, जोड़ों के दर्द की शिकायत हो सकती है।
सिंह: नौकरी में सफलता, व्‍यापारी वर्ग को अचानक यात्रा करनी पड़ सकती है, तनाव बढ़ सकता है।
कन्‍या: अचानक तनाव बढ़ सकता है, धन की हानि व किसी से झगड़ा हो सकता है। शत्रुओं से सावधान रहें।
तुला: सरकारी कार्यों को लेकर भागदौड़ बनी रहेगी, महिलाएं अपनी निजी बातें किसी को ना बतायें। खर्च बढ़ेगा।
वृश्चिक: व्‍यापारी वर्ग को धनहानि हो सकती है, संतान की ओर से चिंता बढ़ेगी। घरेलू नौकरों से सावधान रहें।
धनु: सौंदर्य व लेखन से जुड़े लोगों को प्रसिद्ध मिलेगी, मां की ओर से चिंता बढ़ेगी।
मकर: भौतिक सुखों में वृद्धि होगी, धारदार हथियार व वस्‍तुओं से दूर रहें। शत्रुओं से सावधान रहने की जरूरत है।
कुंभ: यह ग्रह विशेष रूप से फलदायी होगा। चारों तरफ से खुशियां आयेंगी।
मीन: धन के मामलों में नई योनाएं शुरू हो सकती हैं। वाहन संभाल कर चलायें, दुर्घटना की आशंका है।

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