डूबते सूरज की धूमिल चमक से चौंधिया गये कांग्रेस के प्रखर वक्ता अखिलेशजी...
डूबते सूरज की चमक से चौंधियाये कांग्रेसी प्रवक्ता श्री अखिलेश प्रताप सिंह जी, पूर्व सैन्य अधिकारियों को टीबी डिबेट कार्यक्रम में जो भला-बुरा कह रहे हैं, वह एक भारतीय नेता के लिये ठीक नहीं चाहे वह किसी भी पार्टी, कुनबे या परिवार का हो ! यदि इस मामले में कांग्रेस के अधिकृत प्रवक्ता अखिलेशजी का समर्थन (राहुल कांग्रेस) करती है तो इससे बड़ा अभारतीय नेतृत्व और क्या हो सकता है! संदीप दिक्षित से लेकर कई कांग्रेसी नेताओं द्वारा बार बार सेना का अपमान करना यह दर्शाता है कि- कहीं ना कहीं कांग्रेस भारतीय सेना से डर गई है ! इसका मतलब सेना अब और ताकतवर हो गई है ! जो पाक़परस्त शक्तियों का समर्थन करने वाले मुठ्ठी भर दो चार ही कुछ लोग हैं उनका बिलबिलाना स्वाभाविक है ! इसीलिये तो नफ़रत भी कर रहे हैं, भारत में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश़ भी कर रहे हैं ! राजनीति करनी है तो करो लेकिन 'सेना' पर तो गंदी राजनीति करना बंद करो ! पहले तुम लोगों 'कर्नल श्रीकांत पुरोहित' को 'विलेन' बनाकर भारतीय सेना की साख़ पर बट्टा लगाया बाद में 'गोगोई' जैसे सेना को 'विलेन' बनाकर कश्मीरियों के दिलो दिमाग मे सेना के विरुद्ध भड़काने का काम किया और एक तुम्हारे ही नेता 'सेना को गलीछाप गुंडा' बोलता है, शर्म आनी चाहिये, ऐसी घटिया राजनीति पर ! विरोध करो ना जितना हो सके मोदी का, कौन रोका है पानी पी पी कर खूब गरियाओ मोदी सरकार को, तुम विपक्ष मे हो इसके अलावां और क्या कर भी सकते हो लेकिन भारतीय सेना को काहें बदनाम कर रहे हो, रिटा. सेना के अधिकारियों को टीबी डिबेट के लाईव कार्यक्रमों में काहे को गरियाते, डांटते और डपते फिर रहे हो ! मोदी की चुनौति तो स्वीकार नहीं कर पा रहे चले हो सेना को जलील करने...इससे माईनस मे ही जाओगे अखिलेश जी !
-आचार्य पण्डित विनोद चौबे, संपादक- 'ज्योतिष का सूर्य' मासिक पत्रिका, शांति नगर, भिलाई
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