ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

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सोमवार, 16 अक्तूबर 2017

धनतेरस पर दुर्लभ संयोग, शुभ मुहूर्त, समुद्रमंथन


धन तेरस खरीदी के लिए शुभ मुहूर्त

'धन्वंतरी जयंती', 'धन त्रयोदशी' 'कामेश्वरी जयंती' के पावन अवसर पर *अन्तर्नाद* व्हाट्सएप ग्रुप के सभी साथियों को अनंत शुभकामनाएं एवं बधाई ! आज संकल्प लें स्वदेशी अपनाएं देश बचाएं !! 
*आचार्य पण्डित विनोद चौबे*

धनतेरस पर ज्योतिष-ग्रह गोचरीय विशेष योग :
आज सूर्य अपने मित्र बुध की राशि कन्या से तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं, ग्रहों का राजा सूर्य और शुक्र परस्पर में शत्रु हैं अत: राजा सूर्य का दैत्य गुरु शुक्र से शत्रुता है, अर्थात् देश की अर्थव्यवस्था के विरुद्ध षडयंत्र करने वाले भारत के कर'चोर, बेनामी संपत्ती रखने वाले तथा 'एक कर, एक राष्ट्र' को ध्वस्त करने की साजिश करने की मनसा से अर्थव्यवस्था को हाईजेक कर मार्केट में उदासीनता लाने वाले दैत्यगुरू शुक्र के समर्थकों और राष्ट्रीय अर्थ व्यवस्था मजबूत करने आर्थिक परेशानियों का सामना करने के बावजूद 'आर्थिक सुदृढ़ीकरण' की दिशा में 'राष्ट्र यज्ञ' करने वाले देवगुरु वृहस्पति से समर्थकों के बीच 'आर्थिक देवासुर संग्राम' चल रहा है ! जिसमें परिणाम सुनिश्चित है कि देवताओं यानी राष्ट्र के प्रति दिव्य विचारक आम जनता का ही विजय होगा ! 
मित्रों, उपरोक्त बातें मैं आचार्य पण्डित विनोद चौबे (9827198828), भिलाई, बहुत जिम्मेदारीपूर्वक आज के दिन यथार्थ कह रहा हुं, आप ही देखिए ना आज वह दुर्लभ संयोग कई वर्षों बाद आया है जब दैत्यगुरु शुक्र की राशि पर ग्रहराज सूर्य प्रवेश कर रहे हैं, यानी पुराणेतिहास के संदर्भों को देखा जाय तो उस समय ठीक इसी प्रकार पृथ्वी की सारी अर्थव्यवस्था को असुरों ने हाईजेक कर लिया था आज भारत मे भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है, और उसके लिये उन दिनों  'देवासुर संग्राम' भी हुआ किन्तु अच्छे परिणाम के लिये देव+असुरों ने 'समुद्र मंथन' करने का निर्णय लिया और क्रमश: १४ रत्न उत्पन्न हुए उन्ही चौदह रत्नों में 'अमृत कलश' हाथ में लिये 'धन्वंतरी' जी का आगमन हुआ ! इसी प्रकार 'अर्थव्यवस्था' को पुनर्संशोधित करने हेतु स्वत: समुद्रमंथन से "मां लक्ष्मी'' का भी प्राकट्य हुआ ! उसके बाद देवताओं का नेतृत्व कर रहे विष्णु भगवान ने हर बार की तरह इस बार भी देवताओं/देव समर्थकों/ राष्ट्र चिन्तकों का ही विजय हुई! 
कुल मिलाकर इस वर्ष भी धनतेरस पर 'अमृत कलश' को हाथ में लेकर 'आज धन्वंतरी' जी का प्राकट्य होगा, विष्णु या विश्वेदेव हमारे आपके पूर्वज तथा ग्रहों के राजा ' सूर्य ' रुपी भगवान विष्णु का तुला राशि में प्रवेश करना भारत की दैनिक रोजमर्रा की अर्थव्यवस्था के लिये बेहद शुभदायक होने वाला है, शेअर मार्केट के सूचकांक में भी उछाल होगा और कईयों के लंबित कार्य नवम्बर और दिसम्बर माह होने सुनिश्चित है!

"चौघड़िया मुहूर्त"
१०:४० से १२:०६ मिनट दिन में 'लाभ की चौघड़िया'
१२: ०६ से दोपहर १ : ३२ तक 'अमृत की चौघड़िया'
दोपहर २:५८ से अपराह्न ४:२६तक 'शुभ की चौघड़िया'
रात्रि ८:२३से १०:२८ तक अमृत की चौघड़िया!

दिन विशेष :

श्रीयंत्र, कुबेर यंत्र और बगलामुखी यंत्र, हनुमत्कवच यंत्र, हत्थाजोड़ी, गोमती चक्र आदि सभी को एकत्रित करके १७/१०/२०१७ धनतेरस से 'महालक्ष्मी यज्ञ' आरंभ करें, उपरोक्त सिद्ध व प्राण प्रतिष्ठित किया हुआ यंत्र मंगाना चाहते हैं तो मुझसे संपर्क करें 9827198828, Pt.Vinod Choubey  आज से पांच दिवसीय महालक्ष्मी यज्ञ का आरंभ दिवस है, अर्थात् आज से गोवर्द्धन पूजा भ्रातृ द्वितीया २१/१०/२०१७ तक पांच दिन का महालक्ष्मी अनुष्ठान चलेगा ! इस दौरान यदि आपके घर में स्फटिक श्रीयंत्र है तो उनका पंचामृत अभिषेक करके षोडसोपचार पूजन करें और श्रीसूक्तम्, पुरुषसूक्तम्, विष्णुस्तुति : गणेशस्तवराज पाठ के साथ ही 'ऊँ ऐं ब्लूं महासरस्वत्यै नम" इस मंत्र का १०८ बार जाप करना चाहिए। अधिक जानकारी के लिये आप मुझसे सीधा संपर्क कर सकते हैं- आचार्य पण्डित विनोद चौबे 9827198828

(कल रुप चतुर्दशी एवं वाल्मीकि रामायण में वर्णित हनुमान जयंती, दरिद्र खेदन परम्परा आदि रोचक विषयों पर लघु आलेख लेकर प्रस्तुत होऊंगा)

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