पी. चिदंबरम के हिन्दी बोल उनके लिए घातक
आखिरकार पी. चिदंबरम को हिन्दी बोलना ही पड़ा महामहिम राष्ट्रपति जी के सामने क्योकि इन्हीं महाशय को कार्यक्रम की अध्यक्षता करना पड़ गया ।
शर्म आती ऐसे हिन्दुस्तान के राजनेताओं पर जिनको हिन्दी बिल्कुल भी बोलने नहीं आता। ऐसे में ये हिन्दुस्तान के संस्कृति और भाषा का क्या रक्षा करेंगे...उनके हिन्दी बोलने की बहादूरी पर महामहिम ने सरहना भी कीं।यदि इस शर्मनाक वाकया को विदेशी लोग देख रहे होंगे वे भारत के इस हिन्दी का क्या महत्त्व देंगे..चाहें जो हो लेकिन हिन्दी का श्राप इन महाशय के उपर तो अगले चुनाव में जरूर पड़ेगा...जिसका हूंकार एक बार फिर अन्ना ने भर दी है।
आखिरकार पी. चिदंबरम को हिन्दी बोलना ही पड़ा महामहिम राष्ट्रपति जी के सामने क्योकि इन्हीं महाशय को कार्यक्रम की अध्यक्षता करना पड़ गया ।
शर्म आती ऐसे हिन्दुस्तान के राजनेताओं पर जिनको हिन्दी बिल्कुल भी बोलने नहीं आता। ऐसे में ये हिन्दुस्तान के संस्कृति और भाषा का क्या रक्षा करेंगे...उनके हिन्दी बोलने की बहादूरी पर महामहिम ने सरहना भी कीं।यदि इस शर्मनाक वाकया को विदेशी लोग देख रहे होंगे वे भारत के इस हिन्दी का क्या महत्त्व देंगे..चाहें जो हो लेकिन हिन्दी का श्राप इन महाशय के उपर तो अगले चुनाव में जरूर पड़ेगा...जिसका हूंकार एक बार फिर अन्ना ने भर दी है।
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