मौन व्रत पर जाएंगे
अन्ना हजारे
मजबूत लोकपाल कानून के लिए आंदोलन कर रहे अन्ना हजारे ने रविवार से अनिश्चितकाल के लिए मौन व्रत पर जाने का ऐलान कर दिया है। इस दौरान अन्ना अपने गांव में ही रहेंगे।
अन्ना ने कहा, 'अनशन के बाद से काफी लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं और मैं लगातार बोल रहा हूं। अभी तक मैं पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया हूं, इसलिए कुछ दिनों तक चुप रहूंगा।' जब अन्ना से पूछा गया कि मौन व्रत कितने दिनों तक चलेगा, तो उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं है और जब वह अच्छा महसूस करने लगेंगे तो इसे खत्म कर देंगे। उन्होंने इसके साथ ही यह भी जोड़ा कि यह किसी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है।
अन्ना हजारे पहले भी कई बार मौन व्रत कर चुके हैं। इस दौरान अन्ना चिठ्ठी लिखकर लोगों को अपनी बात बताते हैं।
इससे पहले अन्ना हजारे ने अपने सहयोगी अरविंद केजरीवाल के साथ हाल के घटनाक्रमों पर लंबी चर्चा की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि टीम के सदस्यों पर हमला करने की धमकियां मिल रही हैं।
रालेगण सिद्धि में केजरीवाल ने कहा, 'शुक्रवार से हमें फोन और एसएमएस से कुछ लोग धमकियां दे रहे हैं। ये लोग हमपर और हमारे दफ्तर पर हमला करने की धमकी दे रहे हैं।'
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर टीम के अन्य सहयोगियों से चर्चा की है और यह फैसला किया है कि किसी तरह का हमला होने पर हम जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।
केजरीवाल ने कहा, 'हमारा मानना है कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। इसके बावजूद यदि कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि हम पर हमला करने से देश में भ्रष्टाचार की समस्याएं सुलझ जाएंगी तो, हम उनके हाथों मार खाने के लिए तैयार हैं।'
केजरीवाल ने कहा कि कार्यकर्ताओं को संगठन के कार्यालयों के बाहर खड़ा किया गया है। केजरीवाल ने इस तरह की घटनाओं को भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन को पटरी से उतारने के लिए एक साजिश का हिस्सा करार दिया।
गौरतलब है कि प्रशांत भूषण के कश्मीर पर दिए गए बयान से नाराज कुछ लोगों ने दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट कैंपस में स्थित दफ्तर में उनकी पिटाई कर दी थी।
अन्ना ने कहा, 'अनशन के बाद से काफी लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं और मैं लगातार बोल रहा हूं। अभी तक मैं पूरी तरह ठीक नहीं हो पाया हूं, इसलिए कुछ दिनों तक चुप रहूंगा।' जब अन्ना से पूछा गया कि मौन व्रत कितने दिनों तक चलेगा, तो उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं है और जब वह अच्छा महसूस करने लगेंगे तो इसे खत्म कर देंगे। उन्होंने इसके साथ ही यह भी जोड़ा कि यह किसी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ नहीं है।
अन्ना हजारे पहले भी कई बार मौन व्रत कर चुके हैं। इस दौरान अन्ना चिठ्ठी लिखकर लोगों को अपनी बात बताते हैं।
इससे पहले अन्ना हजारे ने अपने सहयोगी अरविंद केजरीवाल के साथ हाल के घटनाक्रमों पर लंबी चर्चा की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि टीम के सदस्यों पर हमला करने की धमकियां मिल रही हैं।
रालेगण सिद्धि में केजरीवाल ने कहा, 'शुक्रवार से हमें फोन और एसएमएस से कुछ लोग धमकियां दे रहे हैं। ये लोग हमपर और हमारे दफ्तर पर हमला करने की धमकी दे रहे हैं।'
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर टीम के अन्य सहयोगियों से चर्चा की है और यह फैसला किया है कि किसी तरह का हमला होने पर हम जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।
केजरीवाल ने कहा, 'हमारा मानना है कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। इसके बावजूद यदि कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि हम पर हमला करने से देश में भ्रष्टाचार की समस्याएं सुलझ जाएंगी तो, हम उनके हाथों मार खाने के लिए तैयार हैं।'
केजरीवाल ने कहा कि कार्यकर्ताओं को संगठन के कार्यालयों के बाहर खड़ा किया गया है। केजरीवाल ने इस तरह की घटनाओं को भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन को पटरी से उतारने के लिए एक साजिश का हिस्सा करार दिया।
गौरतलब है कि प्रशांत भूषण के कश्मीर पर दिए गए बयान से नाराज कुछ लोगों ने दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट कैंपस में स्थित दफ्तर में उनकी पिटाई कर दी थी।
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