ज्योतिषाचार्य पंडित विनोद चौबे

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सोमवार, 28 मार्च 2011

''ज्योतिष का सूर्य'' (हिन्दी मासिक पत्रिका)


''ज्योतिष का सूर्य'' (हिन्दी मासिक पत्रिका)
 राष्ट्र चेतना एवं ज्योतिष पर आधारित छत्तीसगढ़ का एकमात्र  ज्योतिष का सूर्य (हिन्दी मासिक पत्रिका) अब लोकप्रियता के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में अहम भूमिका नीभा रही है।
उद्देश्य :-
1. ज्योतिष विज्ञानं तथा ज्योतिष विज्ञानं से संबंधित सभी विधाओं एवं विद्याओं का प्रचार एवं प्रसार किया जा रहा है|
2. ज्योतिष विज्ञानं तथा इससे संबंधित विद्याओं का शैक्षणिक संसथान स्थापित कर रही है |
3. ज्योतिष विज्ञानं संबंधित विद्याओं और विद्याओं पर आधारित पुस्तक पत्रिका तथा अन्य प्रकाश्य सामग्री प्रकाशित करना |
4. ज्योतिष विधा पर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन, सेमिनार, संगोष्ठी शिविर, प्रवचन एवं सभाएं आयोजित करना |
5. जन कल्याणार्थ शैक्षणिक एवं विकासोन्मुख क्रियाकलापों से सम्बंधित गोष्ठियां, सभा, सेमिनार, सिम्पोजिय, वाद-विवाद प्रतियोगिता, क्विजेज,   फ़रम,पर्यटन,     वन-विज्ञानं, प्रदर्शनी आदि का आयोजन करना विश्वस्तर पर पूरी दुनिया में |
6. ज्योतिष विज्ञानं (शास्त्र) तथा इससे सम्बंधित प्राचीन ग्रंथो एवं नवीन पुस्तकों का संचय करना तथा सुरक्षित रखना, शोध-शैक्षणिक व्यवस्था हेतु उपकरणों और अन्य वस्तुओं का क्रय-विक्रय करना, आयत-निर्यात करना साथ ही निर्माण करना|
7. देश में प्रचलित परम्परागत शिक्षा पद्धति का विश्वव्यापी प्रचार करने के लिए वैदिक ज्योतिष का पोर्टल स्थापित करना, इसपर भारतीय ज्योतिष देश-विदेश की शिक्षा संस्थाओं में एवं शैक्षिक पत्याकर्मो की जानकारी ज्योतिष शिक्षा राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय संसथान, विश्वविद्यालय, विश्वज्योतिष अध्यातम विश्वविध्यपिठ कीस्थापना करना तथा अन्यान्य परम्परागत वेद्शालावों एवं ज्योतिष के क्षेत्र में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओ एवं विद्वान देवज्ञों से संपर्क बनाना, जानकारी लेना तथा दुर्लभ ग्रन्थ एवं पांडुलिपियों को रोमन लिपि में तथा संस्कृत के साथ हिंदी व अंग्रेजी में अनुवाद किया जाता है |
8 . समाज के जैव सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक पहलुओं पर अनुसंधात्मक कार्य किया जाना, संसार के सभी धर्म, जाती, लिंग आदि भेदभावों से पुरे रहकर निःस्वार्थ कार्य करना| मानवशास्त्र और ज्योतिष से सम्बंधित विषयों पर अन्वेषनात्मक कार्य करना | वातावरण विज्ञान, मौसम विज्ञान, खगोल शास्त्रीय मान्यताएं, अध्यात्म-सिन्धु आदि से सम्बंधित मानवीय कल्याण के विभिन्न स्रोतों को अध्ययन क्षेत्र में रखा जाना|
9 . ज्योतिष विज्ञान से सम्बंधित विद्याओं एवं विद्याओं के सन्दर्भ में जन्मकुंडली निर्माण, वर्षफल, जीवन का सम्पूर्ण फलादेश, राष्ट्रीय पंचांग, जंत्री, कैलेण्डर, मासिक पत्रिका, (वेद-वेदांत) साप्ताहिक समाचार-पत्र, पत्र-पत्रिकाएं तथा अन्य पठन सामग्री जन्कल्यानार्थ विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित करना, क्रय-विक्रय करना और आयत-निर्यात करना |
10 . ज्योतिष विज्ञान पद्धति द्वारा वैकल्पिक चिकित्सा से विभिन्न रोगों का निदान करना | यन्त्र-तंत्र-मंत्र एवं अध्यात्म-योग्य सम्बंधित विद्याओं और विद्याओं द्वारा अंधविश्वास, भय, भ्रम एवं ठागगिरी आदि से लोगों को बचाना एवं दोषी लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर क़ानूनी करवाई करना |
11. अध्यातम ज्योतिष विज्ञान, तंत्र-यन्त्र-मंत्र, विद्या द्वारा उपयोग में लाये जाने वाले रत्ना, उपरत्न, रत्नों के पेड़-पोधे, , यन्त्र, रुद्राक्ष एवं रत्नों की मूर्ति का उत्पादन, निर्माण, क्रय-विक्रय, आयात-निर्यात करना तथा जन-कल्याणार्थ निःशुल्क परीक्षण करना |
12. संस्थान ज्योतिष प्रेमी/ विद्यार्थी/शोधकर्ता छात्र-छात्राओं के उच्च शिक्षा हेतु नियमित / पत्राचार द्वारा ज्योतिष विज्ञान के अंतर्गत वैदिक विज्ञान, मौसम विज्ञान, प्राच्य पराविद्या, खगोलशास्त्र, धर्म, अध्यातम, आत्मचिंतन, अंकविद्या,हस्तरेखा ज्ञान, हस्ताक्षर-विज्ञान, वास्तु-फेंगसुई, पिरामिड, यन्त्र-मंत्र-तंत्र कर्मकांड, स्वाध्याय, साधना, प्राणायाम, योग, ध्यान, रेकी विद्या, एक्युप्रेशर चिकित्षा, ज्योतिष, सम्मोहन, चुम्बकीय चिकित्षा, रत्न विज्ञान, रंग चिकित्षा, मुखाकृति चिकित्षा, रत्न विज्ञान, रंग चिकित्षा, मुखाकृत विज्ञान आदि विषयों के शिक्षा ज्ञान की व्यवस्था है |
13. वेद कर्मकांड, भवन निर्माण तथा भू-खंड चयन हेतु फेंगसुई ज्ञाता/वास्तुशास्त्री उपलब्ध कराना, सभी प्रकार की समस्याओं का सरल व सस्ता समाधान करना, कंप्यूटर, दूरभाष, दूरदर्शन, चलचित्र, आकाशवाणी एवं अन्य संचार साधनों द्वारा ज्योतिष विज्ञान इससे सम्बंधित विधाओं एवं विद्याओं के सन्दर्भ में जानकारी तथा सूचनाएं प्राप्त करना और उपलब्ध कराना | ज्योतिष के आवश्यक पहलुओं को उजागर करनी तथा प्रचार-प्रसार हेतु फिल्म (चलचित्र) निर्माण करना, दूरदर्शन द्वारा लोकहित में प्रदर्शन करना|
14 . संस्थान  सभी धर्मो के, सभी क्षेत्रों के विद्धान, ज्योतिष दैवज्ञ, बुजुर्ग पंडितों पादरी, बौद्धभिक्षु, जैन सन्यासियों/साध्वी, सिक्ख, मौलाना, कर्म कंदियों व देवज्ञ मनीषियों के 60 वर्ष के बाद आवश्यकता पूर्ति हेतु धर्मार्थ, कल्याणार्थ पेंशन दिलाने हेउ भारत सर्कार से संपर्क करना | पीड़ित, बीमार, अस्वस्थ्य भारतीय विद्धान, साहित्यकार, कवि वैज्ञानिक, शोधकर्ताओं एवं ज्योतिष दैवज्ञों को हर संभव मदद करेगी | विश्व के किसी भी रास्ट्र, राज्य व किसी भी विषय के विद्वान सहित ज्योतिष-मनीषियों के मान-मर्यादा की रक्षा करेगी एवं संस्था के सभी ज्योतिष-विज्ञानों के लिए ग्रुप-इंश्योरेंस, व्यक्तिगत बिमा योजना की भी व्यवस्था करना ताकि भविष्य सुरक्षित हो | संस्था द्वारा सभी शाखा में फर्स्ट एड बाक्स की भी व्यवस्था करना |
15 . ज्योतिष विद्या सम्बंधित सरकारी , गैर सरकारी, देशी-विदेशी संस्थाओं से संपर्क स्थापित कार मान्यता प्राप्त करना एवं सहयोग प्राप्त करना तथा प्रदान करना होगा |
१६. ज्योतिष संबंधित विद्वान विभूतियों का विशिष्ठ सम्मान करना एवं जयंती मनाना | तथा सम्मानित किया जाता है |
१७. विश्वस्तरीय ज्योतिष विज्ञान के शिक्षण-प्रशिक्षण के लिए विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्थापित कर संचालित किये जा रहे है |
१८. यह संस्थान ज्योतिष के क्षेत्र में अब अध्ययन एवं शोध के क्षेत्र में कार्यरत ज्योतिष विद्वान, शिक्षण संस्थानों एवं स्वयंसेवी संस्थान के ज्योतिष दैवज्ञों हेतु उपरोक्त कार्य विश्व कल्याणार्थ किये जायेंगे | ज्योतिष विज्ञान के प्रायोगिक अनुसंधानों को गति देने तथा गहन अनुसंधात्मक कार्यकर्मों के क्रियान्वयन हेतु कार्य करना |
१९ . नवग्रह सताइस नक्षत्र एवं बारह राशियों से सम्बंधित जरी (मूल), पोधे
एवं वृक्ष का रोपण करना तथा पौधशाला का निर्माण करना |
२0 पुरुष, महिला सहित सभी प्राणियों की सेवा करना, आर्यावर्त सहित विश्व के सभी विश्वविद्यालयों में संस्कृत व ज्योतिष को नियमित पाठ्यकर्म में लागु करने हेतु हर संभव प्रयत्न करना एवं शिक्षा को घर-घर तक पहुँचाना साथ ही साक्षर बनाना |
२१ . रास्ट्र कल्याण हेतु उन सभी कार्यो को करना जो समाज के लिए उपयोगी सिद्ध हो |-------------------------------------------
ज्योतिषाचार्य पं. विनोद चौबे महाराज (अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त )
सम्पादक ,ज्योतिष का सूर्य (हिन्दी मासिक पत्रिका)
जीवन ज्योतिष भवन,कोहका मेन रोड,सड़क-26,शांतिनगर,भिलाई,दुर्ग (छ.ग.)
मोबा.नं.09827198828

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