'राजनीति' नहीं 'जमीनी राष्ट्रनीति' के परिणाम हैं 'रामनाथ कोविंद' ड्राईंग रुम से बाहर निकलो तब कोई 'रामनाथ कोविंद' मिलेगा......
..."भीमवाद और किसानवाद" ...........
या 'दलाल नीति' या 'ड्राईंग रूम' राजनीति नहीं चलेगी....यह मोदी जी ने महामहिम के लिये श्री कोविंद जी का अचानक नाम लाकर सबको चौंका दिया....
रामनाथ कोविन्द को लेकर पीएम मोदी का ट्वीट देखिए और संकेत समझिए!
नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी और उनकी राजनीति ने दिल्ली के एलिट क्लब को बिल्कुल कुचल दिया है। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रुप में *रामनाथ कोविन्द* को आगे लाकर इन दोनों ने पॉलिटिकल पंडितों को बता दिया है कि ड्राइंग रूम से बाहर निकलो और जमीन की राजनीति समझो!
देश की राजनीति आम लोगों की राजनीति हो रही है, इसे दलाल वर्ग, एलिट क्लब और घिसी-पिटी राजनीति करने वाले जितना जल्दी समझ लें, उतनी ही जल्दी उनकी बेचैनी कम होगी। वरना जब तक मोदी हैं, ये सारे ऐसे ही भौंचक्के होते रहेंगे!
विपक्ष के लिए दलित व किसान के बेटे का विरोध बहुत मुश्किल होगा। यह भीमवाद और किसानवाद के नाम पर देश में गंदी राजनीति और अराजकता फैलाने वालों के लिए सीधा संकेत है कि दलित और किसान को देश से जोड़ने की जरुरत है न कि तोड़ने की!
एक बात और। पीएम मोदी का ट्वीट देखिए और संकेत समझिए! 30 साल तक उच्च व सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले कोविन्द को संविधान और कानून की अच्छी जानकारी है, इसलिए वो बेहद कारगर होने जा रहे हैं। संकेत साफ है कि भविष्य में संविधान की नयी व्याख्या के लिए आप सब तैयार रहें!
(लेखक:- श्री कनिराम जी "शाश्वत राष्ट्रबोध" मासिक पत्र के समस्त प्रकल्प प्रमुख एवं प्रांत प्रचार प्रमुख (आरएसएस), रायपुर हैं)
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